सरकारी नौकरी आज के समय में हर व्यक्ति का सपना होती है। यह न केवल स्थायित्व और सम्मान प्रदान करती है, बल्कि भविष्य की सुरक्षा भी देती है। लेकिन हर किसी को सरकारी नौकरी आसानी से नहीं मिलती। कई बार कड़ी मेहनत के बावजूद सफलता नहीं मिलती। ऐसे में ज्योतिष और प्राचीन उपाय आपकी मदद कर सकते हैं। इस लेख में हम सरकारी नौकरी पाने के लिए मंत्र, उपाय लेकर ओमांश एस्ट्रोलॉजी प्रस्तुत है |
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रह-नक्षत्रों का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। सरकारी नौकरी पाने में मुख्य रूप से सूर्य, शनि, मंगल और बृहस्पति का योगदान होता है। सूर्य आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता का प्रतीक है, शनि मेहनत और धैर्य का, मंगल साहस का, और बृहस्पति ज्ञान और सफलता का। यदि इन ग्रहों की स्थिति कुंडली में शुभ हो, तो सरकारी नौकरी पाने में आसानी होती है। सरकारी नौकरी में सफलता के लिए नियमित रूप से पढ़ाई करें और आत्मविश्वास बनाए रखें।
सरकारी नौकरी पाने के लिए ज्योतिषीय उपाय और मंत्र आपके प्रयासों को दिशा देने में सहायक हो सकते हैं। लेकिन याद रखें कि इन उपायों के साथ-साथ कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय भी जरूरी है। अगर आप नियमित रूप से इन उपायों का पालन करेंगे, तो निश्चित रूप से सफलता आपके कदम चूमेगी|
•सरकारी नौकरी पाने के लिए मंत्र:
•सूर्य देव का मंत्र:
सूर्य को सरकारी नौकरी का कारक ग्रह माना जाता है। उनकी कृपा पाने के लिए यह मंत्र जपें:
“ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः।”
प्रत्येक रविवार को प्रातःकाल तांबे के लोटे में जल डाल कर सूर्य को अर्घ्य देते हुए इस मंत्र का 108 बार जाप करें। यह आत्मविश्वास और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है। और साथ ही सरकारी नौकरी प्राप्ति मार्ग प्रशस्त होते है| कुंडली में दशम भाव (करियर) और लग्न भाव का विश्लेषण करें। यदि कोई दोष है, तो उसका निवारण करवाएं। उदाहरण के लिए सूर्य कमजोर है तो तांबे का कड़ा पहनें। शनि का प्रभाव सुधारने के लिए काले तिल का दान करें।
तो आइए जानते है
सूर्य के उपाय:
– हर रविवार को सूर्य को जल चढ़ाएं और उसमें लाल चंदन डालें।
– तांबे के बर्तन में पानी पिएं।
. शनि के उपाय:
– काले कपड़े दान करें।
– शनि अमावस्या के दिन काले तिल और सरसों का तेल दान करें।
– गरीबों को भोजन कराएं।
शिक्षा में सुधार के उपाय:
सरकारी नौकरी में सफलता के लिए पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करना जरूरी है। पढ़ाई में बाधा को दूर करने के लिए उपाय:
– मां सरस्वती की पूजा करें।
– नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें। पढ़ाई के लिए उत्तर-पूर्व दिशा का उपयोग करें।
– घर में ताजे फूल और साफ-सफाई रखें।
– हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर दक्षिण दिशा में लगाएं।